Thursday, 3 December 2020

Short Story : स्वच्छ चाहिए.....


 स्वच्छ चाहिए.....


आज रंजना और सृष्टि, office से लौट रहे थे, घर अभी भी काफी दूर था।

रंजना, सृष्टि से बोली, कहीं public toilet दिखे, तो car रोकना, मुझे fresh होने जाना है।

थोड़ा control कर लो, कुछ ½ hours में घर पहुंच जाएंगे।

नहीं यार, बहुत देर से control कर रही हूँ, अब और control नहीं कर पाऊंगी।

 Ok... ok, रोकती हूँ, देखकर के।

वो आ गया।

सृष्टि बोली अच्छा सुन, मैं भी चलती हूँ। मुझे भी toilet आयी है।

दोनों एक public toilet में चले गए, वहाँ दो साफ toilet खाली थे। दोनों अभी सोच ही रहे थे कि कौन किस में जाए, तब तक दोनों toilet भर गये।

रंजना परेशान मत हो, जो toilet पहले खाली हो, तुम उसमें चली जाना।

रंजना बोली, अब घर ही चलो, toilet stinky और गंदा हो गया होगा। मैं नहीं जा पाऊंगी, कहकर वो बाहर की ओर मुड़ गई।

तभी एक toilet खाली हो गया। अरे madam आप जाओ यहाँ, मैं तो अंदर naphthalene balls डालने और यह देखने गयीं थी कि नल ठीक से काम कर रहा है कि नहीं, इस toilet के नल में problem थी।

पर अभी सब ठीक है। आप जाओ, toilet neat and clean है।

सुनकर रंजना खुश हो गई और अंदर चली गई।

वो fresh होकर आ गयी, सृष्टि भी toilet से निकल चुकी थी।

रंजना के निकलने के बाद वो महिला, फिर toilet में गयी।

रंजना और सृष्टि car तक पहुंच भी नहीं पाईं थी और उस महिला ने आवाज लगाई, ओ madam जी, रुको ज़रा।

Madam जी, आप toilet में क्या करने गयी थी।

Fresh होने गई थी।

अच्छा! तो ज़रा आप हमारे साथ चलिए।

क्यों? Public toilet में fresh नहीं हो सकते हैं?

क्या हो सकते हैं, क्या नहीं? उसी के लिए आप को मेरे साथ चलना होगा।

रंजना और सृष्टि परेशान होने लगीं, पर वो औरत उन्हें साथ ले गयी।

और वो उन्हें एक ऐसी जगह ले गयी, जहाँ stage बना था और बहुत सारे लोग वहाँ मौजूद थे।

रंजना सोचने लगी कि वो कभी public toilet, use नहीं करती है। आज कर लिया, तो तमाशा हो गया।

उस महिला ने सबको संबोधन करना शुरू किया।

मैं एक public toilet की कर्मचारी हूँ। सबको ही toilet स्वच्छ चाहिए होता है।

यह madam तो हद्द की हैं, इन्हें fresh होने जाना था, पर toilet ऐसा चाहिए था, जो किसी ने use नहीं किया हो।

यह सुनकर सब हंसने लगे।

इनके बाहर निकलते ही मैं toilet में गयी, और यकीन नहीं मानेंगे कि toilet पहले सा neat and clean था।

साफ तो toilet सबको चाहिए होता है, पर कितने लोग use करते हुए यह सोचते हैं कि उनके बाद अगले को भी toilet साफ चाहिए होता है। तो toilet ऐसे use करें कि अगले को toilet स्वच्छ मिले।

और वो स्वच्छ सिर्फ हमारे करने से ही नहीं होगा, बल्कि आप के प्रयासों से भी होगा। जितना स्वच्छ आपको अपने लिए चाहिए, उतना ही स्वच्छ दूसरों के लिए भी छोड़ें।

Madam जी, आप का धन्यवाद! मैं आपको यहाँ लेकर इसलिए आयी थीं, कि आप को जितनी परवाह इस बात की है कि आप को toilet स्वच्छ मिले, उतना ही स्वच्छ आप दूसरों के लिए भी रहने देती हैं। 

आप बधाई की पात्र हैं।

रंजना आश्चर्यचकित हो कर उस औरत को देख रही थी।

तभी ज़ोर ज़ोर से तालियाँ बजने लगी।

रंजना खुश हो गई कि आज उसकी स्वच्छता और दूसरों की परवाह ने उसे मान दिला दिया।

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