ख़ुशी की लहर
एक बार फिर भारत यह prove करने जा रहा है कि वो सबसे सशक्त, सबसे आगे है।
Corona pandemic से लड़ने के लिए, भारत ने एक नहीं बल्कि दो- दो स्वदेशी vaccine बना कर पूरे विश्व को दिखा दिया था कि वो मुश्किल के वक्त में भी आत्मनिर्भर हैं।
अन्य देशों की तरह भारत ने भी 18 साल तक के लोगों के लिए vaccine बनाई थी और यह vaccine कारगर भी साबित हो रही हैं।
पर कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए, हमारे बच्चे, हमारा भविष्य संकट के बादलों से घिरता दिखाई दे रहा है।
इसलिए सभी देश युद्धस्तर पर बच्चों के लिए vaccine बनाने में जुट गए हैं।
जहांँ अमेरिका की pfizer ने 12 से 15 साल तक बच्चों के लिए vaccine prepare की है, वहीं भारत biotech की covaxin ने 2 to 18 साल तक के बच्चों के लिए vaccine prepare कर ली है, जिसके trial की सिफारिश की जा रही है।
भारत में कोरोना वायरस महामारी जिस रफ्तार से आगे बढ़ रही है, उस पर रोक लगाने के लिए देश में युद्ध स्तर पर वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है. देश में वैक्सीनेशन के 2 चरण पूरे हो चुके हैं और अब फिलहाल तीसरा चरण चल रहा है, जिसमें 18 साल से ऊपर के लोगों को दवा दी जा रही हैं।
Experts के एक pannel ने 2-18 साल के बच्चों के लिए covid-19 टीके covaxin के दूसरे और तीसरे चरण के लिए मानव परीक्षण की सिफारिश की है।
सूत्रों के मुताबिक, भारत बायोटेक की इस covaxineका trial दिल्ली के AIIMS, पटना AIIMS और नागपुर के meditrina institute of medical sciences सहित देश के अलग-अलग राज्यों में 525 जगहों पर किया जाएगा.
आपको बता दें कि covaxin पूरी तरह से स्वदेशी है, जिसे bharat biotech ने बनाया है. अभी तक यह वैक्सीन 18 साल से ऊपर से लोगों के लिए ही बनाई गई है।
इस pandemic situation में यह news हमारे लिए खुशी की लहर बनकर आई है, कि अब बच्चे भी vaccination से वंचित नहीं रहेंगे वो भी सुरक्षित हो जाएंगे।
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