एक बार सोचिएगा !
आज के इस article में आगे बढ़ने से पहले हम आपसे इतना जरूर कहना चाहते हैं कि
देश के विषय में बात करना, उसके लिए सोचना कोई राजनीति नहीं होती है..
जैसे खाली 26 जनवरी और 15 अगस्त में झंडा फहराने और भारत माता की जय कहने भर से आप देशभक्त नहीं हो जाते हैं...
तो चलिए आज के इस गहन मुद्दे पर सोच-विचार करते हैं...
अफगानिस्तान को तालिबानियों ने ख़त्म कर दिया, श्रीलंका कंगाल हो चुका, पाकिस्तान कंगाल होने की कगार पर है। नेपाल के हालात भी बहुत अच्छे नहीं रह रहे हैं।
जिसमें श्रीलंका, पाकिस्तान और नेपाल को तो खस्ता हालत में पहुंचाने में किसका हाथ है, यह पूरी दुनिया में किसी से भी छिपा नहीं है।
आखिर ऐसा भी क्या हुआ, जो अचानक से भारत के सभी पड़ोसी देशों को target बनाया जा रहा है...
कभी आपने सोचा है क्यों?
और आज से आठ- नौ साल पहले तो ऐसा कुछ नहीं था...
जब भारत की सरकार, आज की सरकार नहीं थी।
तब पाकिस्तान का आए दिन, हमला होता था...
आतंकवादी संगठन भारत में जगह जगह अपने आतंकवाद का कहर ढाते थे।
श्रीलंका से भी इस तरह के हमले हो ही जाते थे।
अपनी ही सरकार में राजीव गांधी की हत्या... आपको, शायद याद तो होगी ही...
भारत में हम सभी खौफ में रहा करते थे, कि ना जाने कब क्या हो? फिर वो चाहे, कश्मीर में हो, मुंबई में हो या दिल्ली में, या अन्य जगहों पर...
पर कुछ सालों से ऐसा क्या हो गया है कि इस तरह के हमले होने से पहले ही उनको नियंत्रित कर लिया जाता है?
क्योंकि, सेना सुदृढ़ हो चुकी है, सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त हो चुकी है...
या यूं कहें कि भारत, अब पहले सा भारत नहीं रहा, जिसे डराया, धमकाया या बेबस बनाया जा सकता था।
आज का भारत, सुदृढ़, विकसित, सशक्त और आत्मनिर्भर बन चुका है। अब इसका कद विश्व के बड़े देशों के बराबर हो गया है।
आज भारत की तुलना, अमेरिका, रूस, चीन, जापान से हो रही है और यह बड़े बड़े देश भी, भारत के साथ मैत्री के संबंध बनाने में विश्वास रखते हैं...
वो सहृदय तो आज भी है, पर अब उसने अपने पर बुरी नजर रखने की सोच वालों को भी जवाब देना शुरू कर दिया है।
वो आज भी युद्ध नहीं चाहता है, पर दूसरे देशों के द्वारा युद्ध करने पर करारा जवाब भी दे देगा...
जब भारत के दुश्मनों को लगा कि अब भारत से टकराना आसान नहीं है तो उन्होंने भारत से टकराने का दूसरा पैंतरा अपनाया है। पड़ोसी देशों को target बनाने का...
इससे आपको समझ आ रहा होगा कि दुश्मन किस हद तक हम पर हावी होना चाह रहा है और किस कदर तिलमिला रहा है...
आज कल की news देखकर, दूसरे देशों के लोगों से यह कहते हुए सुनकर कि काश! वो भी भारत में होते तो यूं बदहाली का सामना नहीं करना पड़ता।
शायद, उससे आप को कुछ एहसास होता हो कि, क्यों वो भारत के कसीदे पढ़ते हैं?..
हम आप से आज नहीं कहेंगे कि किस ने क्या किया और उसकी हम को कितनी आवश्यकता है, क्योंकि अब तक तो आप भी समझ ही रहे होंगे...
क्योंकि हम कुछ बोलेंगे तो आप फिर कहेंगे कि हम तो...
पर क्या अब भी हमें कुछ कहने बोलने की जरूरत है?
पहले श्रीलंका के तिल-तिल कंगाल होने की news और अब पाकिस्तान के वही आलम...
दहशत की एक सिरहन तो लाती होगी ना?...
एक बार सोचने को मजबूर तो करती होगी ना?...
अगर नहीं...
तब भी भारत की हालत, अपने पड़ोसी देशों जैसी कभी ना हो, उसके लिए एक बार सोचिएगा जरुर, क्योंकि देश है तभी हम हैं, वरना करोड़ों रुपए भी कुछ नहीं कर सकेंगे...
और देश के सुदृढ़ व्यवस्था के लिए, सुदृढ़ सरकार ज़रुरी है, और वो कौन सी है...
एक बार सोचिएगा जरुर...
जय हिन्द जय भारत 🇮🇳
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