ना बाहर चैन है, ना घर में आराम है। बस टसटसाता पसीना और प्यास से बेहाल लोग...
पंखा, कूलर, AC, सब धराशाई हो रहे हैं और बिजली का बिल, वो तो आसमान छू रहा है।
सब त्राहिमाम-त्राहिमाम चिल्ला रहे हैं...
Monsoon की दस्तक
ऐसे में सबको बस इंद्र देव का ही सहारा है।
तो चलिए आप को राहत देने के लिए बता दें कि monsoon 8 जून को बंगाल में पहुंच गया था, पर वहीं रुका रहा।
18 जून को इसने बिहार border को cross किया है। इससे बिहार के किशनगंज में बारिश हुई। किशनगंज की यूपी border से दूरी 550 किलोमीटर से ज्यादा है।
थार से आ रही गर्म हवाओं ने इसे आगे नहीं बढ़ने दिया था। पर अच्छी बात यह है कि अब monsoon आगे बढ़ गया है। यह बिहार में प्रवेश कर गया। और संभावना की जा रही है कि 20 से 28 June तक पूरी तरह उत्तर प्रदेश और दिल्ली में भी आ जाएगा।
या यह तेज़ चलती हुई हवाएं, अंधड़ और तूफ़ान कह रहा है कि आ जाएगा क्या, मैं तो super express की रफ़्तार से आ ही गया।
तो हे प्रभु, आप की असीम कृपा हो जाए और यह तेज़ चलती हुई हवाएं, monsoon का पैगाम लेकर ही आएं।
क्योंकि अमीर इंसान तो पंखे, कूलर और AC में रहकर फिर भी राहत पा लेता है, पर गरीब-बेसहारा लोग, पेड़-पौधे, पशु-पक्षी और खेत-खलिहान यह सब गर्मी की तपिश से बेहाल हो गए हैं।
ऐ बूंद तू बरस,
कि बहार आ जाए।
ऐ बिजली तू चमक,
कि करार आ जाए।
कब की प्यासी धरती,
पुकार रही है।
Monsoon तुझे,
आ जा झूम के,
कि प्रकृति फिर से,
गुलज़ार हो जाए…
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