Kids Story: Advay the Hero: Changes
Advay के school में रतन new
admission था। उसके पापा का आए दिन transfer होता
रहता था, जिसके कारण उसे 4th class में होना चाहिए था, पर
वो 2nd class में ही था।
वो बहुत उद्दंड लड़का था, बाकी बच्चों से बड़ा था, इसलिए सब पर दादागिरी भी
करता था। पर वो advay से बहुत चिढ़ता था, क्योंकि advay अपनी class का
सबसे अच्छा, समझदार बच्चा था। वो रतन के बहकावे में आकर शैतनियाँ
नहीं करता था।
इसी कारण से वो, कभी advay की बोतल का पानी गिरा देता, कभी उसकी pencil तोड़ देता, कभी उसकी note book छिपा देता। इन सब कारणों से advay की teachers से, आए दिन डांट पड़ने लगी।
रतन नया था, advay सबसे अच्छा था, इसलिए teacher ने उसे advay के पास ही बिठाया। और advay को बोल भी दिया था, advay तुम्हें ही इसे पूरी class के साथ mix करवाना है। जिसके कारण advay, रतन को अपनी responsibility समझने लगा, और चाह कर भी कभी ma’am से रतन की शिकायत नहीं करता था।
एक दिन school सारे बच्चों को zoo लेकर गया।
सारे बच्चे teachers के साथ तरह तरह के जानवर देख रहे थे। वो लोग शेर भी देखने गए, पर वो सो रहा था, इसलिए बाहर नहीं आया। teachers बच्चों को दो तीन बार वहाँ ले गईं, पर शेर नहीं उठा।
सभी हुककू बन्दर के साथ मज़े कर रहे थे, बच्चे और बन्दर दोनों बहुत तेज़ तेज़ चिल्ला रहे थे, बहुत शोर मच रहा था।
तभी रतन advay के पास आया, और बोला मुझे लगता है, शेर
उठ गया, चलो हम देख कर आते हैं।
उठ गया, चलो हम देख कर आते हैं।
Advay बोला, तो ma’am को बोल देते हैं, वो सबको ले चलेंगी।
रतन बोला, सारे बच्चे
चलेंगे, तो बहुत भीड़ हो जाएगी, तब शेर ठीक से नहीं दिखेगा, हम देखकर आते हैं,
फिर सब को बोल देंगे।
Advay मना कर रहा था, पर रतन उसे खींच कर ले गया। बन्दर और बच्चों के शोर में teachers का ध्यान नहीं गया।
शेर सच में निकल आया था, पर वो just उठा था, इसलिए
वहाँ कोई नहीं था। जब advay शेर देख रहा था, रतन ने उसे पीछे से धक्का दे दिया।
Advay शेर के सामने गिरने वाला था, कि उसकी belt cage में फँस गयी, और वो वहीं अटक कर गिरने से बच गया।। इधर रतन का पैर imbalance हो गया और वो सीधे नीचे गिर गया। धप्प की आवाज़ सुन कर शेर रतन की ओर बढ्ने लगा। advay को कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि क्या करे।
तभी उसे याद आया आज school से skipping rope मिली थी।उसने एक छोर cage में फंसाया, और बाकी रस्सी नीचे कर दी। फिर ताबड़तोड़ पत्थर, कंकड़, मिट्टी सब शेर की ओर उछालने लगा। शेर इस ताबड़तोड़ हमले से घबरा गया, cage में धूल धूल हो गयी, साथ ही कुछ मिट्टी उसकी आँखों में भी चली गयी थी, तो शेर वापस चला गया। रतन रस्सी पकड़ कर बाहर आ गया।
तब तक कुछ लोग और teachers भी आ गए, advay पूरी तरह से धूल से गंदा हो चुका था, इतना सब फेंकने के कारण उसके हाथ छिल गए थे; उन से खून भी निकल रहा था।
Teachers बच्चों को लेकर school आ गए। ma’am ने advay और रतन दोनों से पूछा, तुम लोग वहाँ कैसे पहुँच गए थे? फिर उन्होंने advay से पूछा, तुम तो गंदगी को बिल्कुल हाथ नहीं लगाते हो, सब teachers का बहुत कहना भी मानते हो, तब तुम वहाँ कैसे गए?और इतनी धूल क्यों उड़ाई थी? मैं तुम दोनों को 1 week के लिए स्कूल से निकाल दूँगी।
Advay कुछ बोलता, उससे पहले रतन रोने लगा, बोला नहीं ma’am इसे मत निकालें, सब इसे बहुत प्यार करते हैं, क्योंकि ये सच में बहुत अच्छा है। हमेशा class में मैं शरारत करता था, ये नहीं। आज भी मैंने इसे lion की cage में धक्का दे दिया था, पर ये अटक कर ऊपर ही रह गया, और मैं गिर गया। आज अगर इसने अपनी समझ ना दिखाई होती, तो मैं आज जिंदा नहीं होता।
Teachers सारी बातें सुनकर हैरान रह गए, सबने advay के लिए clapping की।
अगले 3 दिन रतन school नहीं आया। चौथे दिन उसके पापा principal से मिले, और बोले, आपके school ने वो कर दिया, जो हम कभी नहीं कर पाये, मेरे बच्चे में changes आ गये हैं, आज मेरा बच्चा उद्दंड नहीं रहा। पर मेरा transfer हो गया है, इसलिए मैं रतन का TC लेने आया हूँ।
Principal sir बोले, हमारे school ने नहीं, एक बहुत प्यारे बच्चे की अच्छाई ने रतन में changes ला दिये हैं। सच है, अच्छाई और धैर्य सब में change ला सकता है।
No comments:
Post a Comment
Thanks for reading!
Take a minute to share your point of view.
Your reflections and opinions matter. I would love to hear about your outlook :)
Be sure to check back again, as I make every possible effort to try and reply to your comments here.