कोटि कोटि धन्यवाद 🙏🏻
18 April, एक ऐसा दिन जो हमारी पहचान बन गया, इसलिए भी कि इस दिन से ही माँ की अंक में आकर दुनिया को पहचानना आरंभ किया था, और इस दिन से ही लेखन के क्षेत्र में पहचान बनानी शुरू की।
या दूसरे शब्दों में कहें तो जन्म और कर्म दोनों को ही अस्तित्व 18 अप्रैल में ही मिला।
हमारी जिंदगी में pen की इतनी importance होगी, सोचा ना था...
लेखन की हर कला, हमें प्रेरित करेगी, सोचा ना था...
हर दिन पर, हर पल पर, हर occasions पर लेखनी चलेगी, सोचा ना था...
पर यह संभव हो पाया है, तो सिर्फ और सिर्फ ईश्वर की असीम कृपा, सभी बड़ों की अनगिनत आशीषों व आप लोगों के बेइंतहा प्यार के कारण ही...
जो सतत् है, अथाह है, अनंत है, जिसे हम दोनों बाहें फैला कर समेटना चाहें तो भी समेट नहीं सकते हैं। और इसके लिए जितना भी धन्यवाद दें, वो तुच्छ है...
तथापि आप सबका ह्रदय से कोटि-कोटि आभार 🙏🏻
धन्यवाद उनका जिन्होंने आशीर्वाद दिया, सराहना की... उनके बिना तो एक कदम भी नहीं चल सकते थे।
धन्यवाद आपका!
आपके आशीर्वाद और सराहना ने
आगे बढ़ना सिखाया,
नहीं हैं अकेले,
साथ हैं आपका
इसने हरपल संभलना सिखाया 🙏🏻😊
धन्यवाद उनका भी जिन्होंने त्रुटि निकाली, अवहेलना की, क्योंकि उनके कारण ही लेखनी उत्कृष्ट होती गई
गिराना चाहो, चाहे जितना
हम नहीं गिरेंगे
हर पल, हर क्षण
साबित करेंगे
खुद को
मंजिल के शिखर पर
पहुंचा कर भी
ना रुकेंगे 🙏🏻😊
आज Shades of Life के पांचवीं सालगिरह है। इन पांच सालों में देश, विदेशों से मिलने वाले प्यार, अगणित है, तथापि उनकी गणना इस प्रकार है
आप का, प्यार, साथ और सराहना सदैव मिलता रहे, इसी कामना से अनेकानेक आभार 🙏🏻
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