गलती किसकी?
आज bus खचा-खच भरी हुई थी। तिल रखने तक की जगह नहीं बची थी।
रोहित अपनी seat पर बैठा हुआ था और उसके बगल में एक वृद्ध महिला बैठी थी।
तभी झटके से bus एक bus stop पर रुकी और कुछ लोग और bus में चढ़ गए, उनमें तेज़-तर्रार शिवांगी भी थी।
वह रोहित के बगल में ही आकर खड़ी हो गई। उसको रोहित का seat पर बैठे रहना बिल्कुल नहीं सुहा रहा था। वह सोच रही थी की ऐसा क्या किया जाए की रोहित की seat उसको मिल जाये।
तभी bus आगे जा रहे scooter को बचाने के कारण कसकर डगमगा गई। Bus के डगमगाने से रोहित का हाथ शिवांगी के कमर से टकरा गया।
शिवांगी बहुत खुश हो गई क्योंकि वह जिस मौके के तलाश में थी वह उसे मिल गया।
शिवांगी रोहित पर ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी और कहने लगी “तुम जैसे आवारा लड़के तो बस लड़कियों को छेड़ने को आतुर रहते हैं।
तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी कमर को छूने की!”?
रोहित सकपका गया और बोला “मैंने तुम्हारी कमर को जानबूझ कर नहीं छुआ है। बस के डगमगाने के कारण मेरा हाथ, तुम्हारी कमर से लग गया था।
I am sorry, मेरी ऐसी कोई intention नहीं थी।”
पर शिवांगी के ऊपर sorry का कोई प्रभाव नहीं पड़ा बल्कि वह और ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी, “तुम मुझे बेवकूफ समझते हो? मैं बहुत अच्छे से जानती हूँ तुम जैसे लड़कों की फ़ितरत को।
तुम ने ऐसा क्या सोचकर किया था? लड़की हूँ, डर जाऊँगी? मैं आज की लड़की हूँ जो डरती नहीं है, लड़ती है।”
और यह कह कर उसने रोहित को shirt के collar से पकड़ लिया और कहा, “उठ जाओ यहाँ से, तुम्हें यहाँ बैठने का कोई अधिकार नहीं है।”
रोहित ने अपने collar को छुड़ाते हुए शिवांगी को धक्का दिया और कहा, “जब मैं गलत नहीं हूँ तो मैं क्यों उठूँ?”
पर तब तक बस मे मौजूद सभी ने शिवांगी का साथ देना शुरू कर दिया था और रोहित के bus stop आने से पहले ही उसे जबरन bus से उतार दिया गया और शिवांगी, रोहित की seat पर बैठ गयी।
वह मन ही मन अपनी कुटिलता पर मुस्कुरा रही थी और bus में मौजूद सभी लोग उसके साहस की तारीफ़ कर रहे थे।
वहीं रोहित अपमान का घूंट पी कर अपने apartment की तरफ पैदल ही चला पड़ा।
घर पहुँचते-पहुँचते, वह अपमान, झगड़े और थकान से बहुत दुखी हो चुका था, अपने कमरे में पहुँचते ही बिस्तर पर लेटते ही तुरंत सो गया।
रात के करीब 8-9 बजे उसके दोस्त रितेश का phone आया। रोहित के phone उठाते ही वह बोला, “अरे बेवकूफ! तूने यह कौन सा बड़ा कांड कर डाला?”
रोहित ने आश्चर्य से भरकर कहा “कांड?”
रितेश बोला, “हाँ कांड!
TV on कर के देख की क्या news आ रही है। हर जगह पर तू ही तू छाया हुआ है।”
रोहित ने आनन-फानन में TV खोला, उसने news में देखा की शिवांगी का interview चल रहा था जिसमें शिवांगी से पूछा जा रहा था, “आज जो bus में घटना हुई उसके बारे में आपके क्या विचार हैं?”
शिवांगी ने कहा, “मैं आज की लड़की हूँ, मैं न ही डरती हूँ और न ही झुकती हूँ, मुझे किसी के सहारे की कोई ज़रूरत नहीं है, साथ ही मैं अपनी लड़ाई खुद लड़ सकती हूँ और bus में आज मैंने वही किया।”
News anchor ने शिवांगी की बहुत सराहना की और कहा, “आज की नारी को आपके जैसे ही सशक्त होना चाहिए तभी वह अपना अस्तित्व बना पाएगी और सफलताओं को प्राप्त करेगी।
रोहित, शिवांगी का interview देखकर बौखला गया। उसे समझ नहीं आ रहा था की वह क्या करे। तभी उसे एक के बाद एक phone आने लगे।
शिवांगी के interview का रोहित पर क्या असर पड़ेगा, जानने के लिए पढ़ें...
गलती किसकी (भाग- 2) में...
No comments:
Post a Comment
Thanks for reading!
Take a minute to share your point of view.
Your reflections and opinions matter. I would love to hear about your outlook :)
Be sure to check back again, as I make every possible effort to try and reply to your comments here.