काबिल कौन
ऋतु और राज दोनों एक ही college में थे, दोनों ही पढ़ने में बहुत होशियार थे। पर राज
को हमेशा से यही लगता था, कि वो ऋतु से बेहतर है। जबकि था
इसके विपरीत, पर कभी भी ऋतु ने राज को ऐसा नहीं जताया।
पढ़ाई खत्म होने के बाद दोनों ही ने college में teacher बनने का मन बना लिया।
इत्तेफाक से दोनों ने ही शहर के best MBA
college के लिए apply किया। पर वहाँ उनके subject
की सिर्फ एक ही post थी।
बहुत से candidate आए थे, लेकिन फैसला ऋतु और राज में ही होना था। ऋतु को पहले बुलाया गया, उसको बताया गया कि उसको appoint कर लिया गया है।
एक
ऐसा college जहाँ सब faculty बनना
चाहते थे, वहाँ ऋतु appoint हो गयी थी।
पर तभी उसे राज का ख़्याल आया, उसने पूछा, जी क्या आप बता सकते हैं, राज का क्या result है?
वहाँ बैठे college के head
ने कहा, हम दुविधा में थे, कि किसे लें? But सभी best
चाहते हैं, हमने भी वही किया। हाँ अगर आप ना
होती तो, फिर वही appoint होते। Well,
young lady congratulations, you are selected, because you deserve it॰
ऋतु को समझ
नहीं आ रहा था, कि वो खुश हो, और आज राज को दिखा दे, कि आज बेहतर का result सामने
है। या राज के लिए दुखी हो?
वो थोड़ी देर बाद बाहर निकली, उसके आँखों में नमी थी। उसने दो क्षण राज को देखा और फिर चली गयी। राज को
कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि ऋतु की आँखों में नमी क्यूँ थी।
कुछ देर बाद राज को अंदर बुलाया, उसे appointment letter दे दिया गया, राज समझ गया कि, क्यों ऋतु की आँखों में नमी थी।
कुछ दिन बाद जब राज को ये पता चला, कि ऋतु ने शहर भी छोड़ दिया है। तो वो अपनी माँ से बोला, माँ ऋतु और मेरा हमेशा competition होता था, और मैं जीत गया, उससे बर्दाश्त नहीं हुआ तो वो शहर
ही छोड़ कर चली गयी।
काफी सालों बाद राज के college में state level का program था, जहां different states के colleges के professors, principals, और कुछ Vice Chancellors भी आने थे.......
आगे पढ़ें काबिल कौन (भाग-2) में......
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