Advay the Hero: एहसान
Advay के class में रोहन भी
पढ़ता था, वो बहुत ही मस्त स्वभाव का था। पर आज वो बहुत दुखी
था।
जब interval हुआ था, तो सारे बच्चे
अपना Tiffin box निकाल कर अपने साथ लायी चीज़ें खाने लगे।
रोहन ने भी अपना tiffin निकाला, उसे थोड़ा
सा खोला, फिर बंद कर दिया। कुछ देर बाद वो पानी पीने चला
गया।
Advay उसे बहुत देर से देख रहा था, उसे समझ नहीं आ रहा था, कि रोहन आज इतना दुखी क्यों
है? और वो tiffin finish क्यों नहीं कर
रहा है?
उसने रोहन की seat पर जाकर देखा, उसका tiffin खाली था।
ओह! तो रोहन इसलिए दुखी था। उसने अपने सारे दोस्तों
से बात की।
थोड़ी देर बाद रोहन लौट आया, वो अपना lunchbox अंदर रखने लगा। पर वो उसे भारी
लगा।
उसने खोलकर देखा, उसमें
बहुत तरह की चीज़ें रखीं थीं। रोहन इधर-उधर देखने लगा, तो
उसने पाया, कि सभी के tiffin में उतनी
सारी तरह की चीज़ें थीं।
रोहन यह देखकर रोने लगा, उसे रोता देखकर, advay और
सारे friends उसके पास आ गए।
अरे रोहन, तुम क्यों रो रहे
हो? एक बच्चे ने पूछा?
वो बोला, मेरे पापा tour
पर गए हैं, और mumma की
तबीयत खराब है, इसलिए मैं आज tiffin में
कुछ नहीं लाया था।
सुबह भी कुछ खाकर नहीं आया था, मुझे बहुत ज़ोर से भूख लग रही थी।
शर्म के कारण मैं किसी से कुछ माँग भी नहीं रहा था, और भूख मिटाने के लिए पानी पीने गया था। जब लौटकर आया, तो मैंने देखा, कि मेरा tiffin भरा हुआ है।
तो तुम रो क्यों रहे हो?
मुझे ये समझ नहीं आ रहा है, कि मेरी help किसने की?
क्योंकि सबके tiffin में एक जैसी ही चीज़ें हैं।
Advay बोला, रोहन तुम हमारे
friend हो, हमने help की है, एहसान नहीं किया। तो तुम्हें जानने की जरूरत
नहीं है, कि किसने help की। आज
तुम्हारी वजह से हम सारे friends की भी party हो गयी।
No comments:
Post a Comment
Thanks for reading!
Take a minute to share your point of view.
Your reflections and opinions matter. I would love to hear about your outlook :)
Be sure to check back again, as I make every possible effort to try and reply to your comments here.