Advay the hero: (Pain)
Advay अपने
परिवार के साथ घूमने मथुरा, वृन्दावान गया था। उनके होटल के
पास ही मंदिर था, जिसमें बहुत बड़ा मैदान भी था। उस मैदान में
कुछ गायें बंधी थी, और वहाँ के local बच्चे
भी खेलते रहते थे।
एक दिन शाम को advay की family
का घूमने जाने का समय हो गया था, advay
सबसे पहले ready हो गया था।
Mumma, पापा, दीदी सब तैयार
हो रहे थे, तो advay खिड़की से बाहर
झांक रहा था। उसने देखा कुछ लड़के मंदिर के मैदान में काँच की बोतल को wicket
बनाकर cricket खेल रहे थे।
Advay को उनका खेल देखना बहुत अच्छा लग रहा था। तभी पापा बोले, आज तुम्हें जन्मभूमि ले कर चलता हूँ।
सब घूमने चले गए। अगले दिन, advay एक गाय और बहुत सारे लोगों के शोर से उठ गया।
Advay बोला, पापा मैं भी
चलूँगा
पापा बोले, अच्छा चलो, पर हम लोग काफी दूर रहेंगे, पास नहीं जाएंगे। advay
मान गया।
जब वो लोग उस मंदिर के मैदान में पहुंचे, तो उन्होंने देखा, एक गाय बुरी तरह चिल्ला रही थी, रस्सी तुड़वाना चाह रही थी, और अगर कोई उसके पास जा
रहा तो वो बहुत खतरनाक हो जा रही थी, उसे पैर और सींग से
मारना चाह रही थी।
वहाँ खड़े कुछ लोग बोल रहे थे, गाय पागल हो गयी है, इसे मार दो, वरना ये हमको भी मार सकती है। कुछ कह रहे थे भूत-प्रेत का साया है जी, तभी तो रातों रात कैसी पागल हो गयी है, झाड-फूंक, मंत्र-सिद्धि करने चाहिए।
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