भरोसेमंद दुश्मन या गद्दार दोस्त! बेहतर कौन?
आजकल की तो सुर्खियाँ भी कमाल की हैं।
कल news में सुनने को मिला कि जिस तरह भारत ने अपने कुछ पड़ोसी देश, जो की आर्थिक रूप से कमजोर हैं, उन तक vaccine की कुछ dose free में भेजी है, बतौर gift.
वैसे ही चीन ने भी पाकिस्तान के बहुत गिड़गिड़ाने के बाद vaccine के free dose भेजी है, gift के रूप में। पर साथ में दिया एक * T&C
T&C, अब यह क्या बला है?
आइए जानते हैं, यह *T&C क्या है?
चीन ने साथ में यह बात भी रख दी है कि अगली dose के पैसे देने होंगे।
बात यहीं खत्म नहीं होती है, बल्कि शुरू होती है।
उन doses को जिसे चीन ने gift के रूप में भेजी है, उसके लिए वहाँ के health minister ने कहा है कि वहाँ की public उसे अपने risk पर लगवाएं।
वहीं दूसरी तरफ वहाँ के foreign minister यह सोच रहे हैं कि क्या India से vaccine मंगा ली जाए?
आप थोड़ा गौर कीजिए, दोनों ही statment पर।
एक तरफ चीन, जो पाकिस्तान का बहुत बड़ा खैरख्वाह है, दोस्त है, हितैषी है। उस पर वहाँ के लोग तो क्या, सरकार भी विश्वास नहीं कर पा रही है।
वहीं दूसरी तरफ भारत, जिसे पाकिस्तान अपना सबसे बड़ा दुश्मन समझता है, आए दिन हमले करता रहता है, उसे ध्वस्त करने के मंसूबे बनाता रहता है।
उसे जब अपने लोगों की जीवन सुरक्षा का ख्याल आया, तो उसे भारत की याद आ रही है।
आप सोच सकते हैं कि ऐसा क्यों?
क्योंकि वो भी जानता है कि भारत दुश्मनों के साथ भी ईमानदार रहता है। अगर वो दवा भेजेगा तो वो संजीवनी ही होगी।
तो सोचिए, जिसकी विश्वनीयता पर दुश्मनों को भी विश्वास है, उस पर अपने देश के लोगों को विश्वास ना होना, अपने देश के प्रति कितना बड़ा अपराध है ?
गर्व कीजिए कि हम भारतवासी हैं और मोदी जी हमारे प्रधानमंत्री, हमें हर तरह से सुरक्षित रखेंगे।
हमारा विश्वास, ही भारत को सर्वोपरि बनाएगा।
जय हिन्द जय भारत 🇮🇳🙏🏻
Wonderfully written
ReplyDeleteThank you so much for your appreciation 🙏🏻😊
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