आज चच्चा जी महाराज के पावन जन्मोत्सव, कार्तिक शुक्ल पक्ष पंचमी पर यह भजन उनके श्री चरणों में समर्पित है।
चच्चा जी महाराज, हम सब पर अपनी कृपादृष्टि बनाए रखें 🙏🏻
है चच्चा जी का साथ
कितनी हो कठिन डगर,
मुझको लगता नहीं है डर।
है उनका आशीर्वाद तो,
किस बात की फ़िक्र?
है चच्चा जी का साथ,
तो किस बात की फ़िक्र॥
वो हैं अपने रखवाले,
दुःख-दर्द मिटाने वाले।
है उनका सिर पर हाथ तो,
किस बात की फ़िक्र?
है चच्चा जी का साथ,
तो किस बात की फ़िक्र॥
हों कितनी काली रातें,
कट जाएंगी मुस्काते।
है संतों का साथ तो,
किस बात की फ़िक्र?
है चच्चा जी का साथ,
तो किस बात की फ़िक्र॥
सद्काम तू किए जा,
चच्चा का नाम लिए जा।
है उनसे ही हर बात तो,
किस बात की फ़िक्र?
है चच्चा जी का साथ,
तो किस बात की फ़िक्र॥
कर्म सभी कट जाएंगे,
वो हमको लेने आएंगे।
है उन पर यह विश्वास तो,
किस बात की फ़िक्र?
है चच्चा जी का साथ,
तो किस बात की फ़िक्र॥
कितनी हो कठिन डगर,
मुझको लगता नहीं है डर।
है उनका आशीर्वाद तो,
किस बात की फ़िक्र?
है उनका सिर पर हाथ तो,
किस बात की फ़िक्र?
है संतों का साथ तो,
किस बात की फ़िक्र?
है उनसे ही हर बात तो,
किस बात की फ़िक्र?
है उन पर यह विश्वास तो,
किस बात की फ़िक्र?
है चच्चा जी का साथ,
तो...
किस बात की फ़िक्र?
चच्चा जी महाराज व सभी संतों का हृदय से अनेकानेक आभार 🙏🏻🙏🏻

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