Tuesday, 5 September 2023

Poem : वे ही शिक्षक कहलाते हैं।

हम सभी के चरित्र व जीवन के निर्माता, समाज के सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ, शिक्षकों को कोटि कोटि प्रणाम 🙏🏻 

सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं 🙏🏻

वे ही शिक्षक कहलाते है



शिष्य के मन में,

सीखने की इच्छा को,

जो जागृत कर पाते हैं,

वे ही शिक्षक कहलाते हैं। 


जो केवल धनार्जन के लिए नहीं,

अपितु ज्ञान को सर्वत्र विस्तारित,

करने के लिए पढ़ाते हैं,

वे ही शिक्षक कहलाते हैं। 


जो विधार्थी को उसके होने का, 

सही अर्थ समझाकर,

सफलता की राह ले जाते हैं,

वे ही शिक्षक कहलाते हैं।  


जो मात्र एक दो को नहीं,

अपितु पूर्ण समाज को,

सर्वोच्च स्तर पर ले जाते हैं,

वे ही शिक्षक कहलाते हैं।  


उस देश को, उस संस्कृति को,

कोई विस्मृत नहीं कर पाते हैं,

जिस देश, जिस संस्कृति को,

ऐसे शिक्षक मिल जाते हैं। 


धन्य है भारत मेरा,

धन्य है उसकी संस्कृति,

सदियों से सदियों तक,

ऐसे शिक्षक हैं यहीं।


ऐसे आदर्श शिक्षक को 

ह्रदय से कोटि कोटि नमन 

उनसे ही है अलंकृत

भारत में खुशियों का चमन

6 comments:

  1. एक शिक्षक की पुत्री, शिक्षक वृति न करते हुए भी शैक्षणिक प्रसार कर रही है, सराहनीय 💐

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    1. आपके सराहनीय शब्द मेरे लिए अनमोल है, सदैव लिखने को प्रेरित करते हैं। आपका हृदय से अनेकानेक आभार 🙏🏻🙏🏻

      आपका आशीर्वाद सदैव बना रहे 🙏🏻🙏🏻😊

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  2. Beautiful poem depicting the real role of a teacher

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    1. Thank you so much for your appreciation.

      Your words boost me up

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  3. शिक्षक के स्वरूप को साकार करने वाली सुन्दर कविता।

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    Replies
    1. आपके सराहनीय शब्द मुझे लिखते रहने की प्रेरणा प्रदान करते हैं, आपका अनेकानेक आभार 🙏🏻

      आपका आशीर्वाद सदैव बना रहे 🙏🏻

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