Monday 29 March 2021

Poem : होली फाग

होली के पावन पर्व पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ 💐

आज आप सब के साथ मुझे इंदौर के श्री लक्ष्मी नारायण वर्मा मानव, जी के द्वारा भेजी गई कविता को साझा करते हुए अपार प्रसन्नता हो रही है। 

होली फाग को सटीक अर्थ प्रदान करते हुए बहुत ही सजीव चित्रण प्रस्तुत किया है। 

आइए हम सब इस मनोहारी कविता का हम सभी आनन्द लें।

होली फाग



होली फाग तो मिलने मिलाने को है।

रंग गुलाल दिल खिल खिलाने को है।

ईर्ष्या द्वेष घृणा प्रतिशोध अहम तम,

होली में सदा को जलने जलाने को है।


इंसानियत भाईचारा प्यार मोहब्बत,

शरबत पीने पिलाने को है।

ब्रज मंडल में दो ही धाम,

वृन्दावन बरसाना आने जाने को है।


नर नारी स्वरूप अर्द्धनारीश्वर,

कामदेव आनंद अनुभूति दिलाने को है

भारतीय तीज त्योहार पर्व मानव,

मानवता की अस्मिता बचाने को है। 


Disclaimer:

इस पोस्ट में व्यक्त की गई राय लेखक के व्यक्तिगत विचार हैं। जरूरी नहीं कि वे विचार या राय इस blog (Shades of Life) के विचारों को प्रतिबिंबित करते हों। कोई भी चूक या त्रुटियां लेखक की हैं और यह blog उसके लिए कोई दायित्व या जिम्मेदारी नहीं रखता है।

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