सोचा था कि आज के article की शुरुआत कुछ इस तरह से करेंगे....
सफलता और कामयाबी
की पहचान है भारत
जीत का पर्याय है भारत
तिरंगा हर ओर लहराएगा
जहां जहां भी जाएगा भारत
जिस तरह से रोहित शर्मा की अगुवाई में भारतीय टीम आगे बढ़ रही थी, अपने एक-सूत्री विजय लक्ष्य को लेकर, उससे यही प्रतीत हो रहा था कि एक बार फिर world cup भारत में ही आएगा।
पर आह रे! यह संभव ना हो सका... हमारा विजय रथ अपने सफलता को प्राप्त करने से चंद पल पहले ही रुक गया और हम करोड़ों भारतीयों का सपना चकनाचूर हो गया...
थम गया विजय रथ
कल का मैच देखकर कुछ समझ ही नहीं आया, कि क्या हुआ, लगातार जीतती आ रही भारतीय टीम को अचानक से क्या हो गया ?
किसकी नज़र लग गई?
क्या हमारी प्रार्थना में असर कुछ कम रह गया?
जो सर्वश्रेष्ठ टीम, सर्वश्रेष्ठ कप्तान, सर्वश्रेष्ठ batters and bowlers होने के बावजूद, हम वो ना कर सके, जिसका सब को यकीन था...
India के world cup नहीं जीतने के बाद भी, Best player of the World Cup, Virat Kohli and best bowler of the world cup, Mohammad Shami को मिला।
यह अपने आप में सिद्ध करता है कि भारत सर्वश्रेष्ठ है।
अब बात करते हैं, हम अपने उन भारतीयों की, जिन्हें भारत के लगातार जीतते जाने पर संदेह था। जिन्हें भारतीय टीम की performance पर यकीन नहीं था। वो उसमें भी राजनीतिक दखल देख रहे थे... उनको तो आखिरी पड़ाव पर हार ही सत्यता प्रतीत हो रही होगी?...
पर आखिर कब तक किया जाएगा काबिलियत पर शक?
जवानों पर, खेल के मैदान पर? और किसी भी अच्छी स्थिति पर?....
जिन्हें भारत पर विश्वास नहीं है, क्या लगता है उन लोगों को ? क्या भारत कभी आगे नहीं आ सकता? क्या वो सफलता का परचम लहरा नहीं सकता?...
विश्वास कीजिए, लगातार जीतते हुए आज उपविजेता बने हैं, कल विजेता भी बनेंगे... जब यहां तक आए हैं, कल जीत भी जाएंगे...
ग़म है हार का
पर इस हार को
भूल ना जाना
जो हो सका ना
उसे अगली बार
कर के दिखाना
दिखाना की है
वो बात तुममें
जिसके आगे
झुकता है जमाना
जय हिन्द जय भारत 🇮🇳
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